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हस्त-नक्षत्र
पाँच तारों का यह नक्षत्र वैदिक प्रजापति का हाथ (हस्त) माना जाता है; हिन्दी-भाषी ग्रामीण क्षेत्रों में इसे 'हथिया' नक्षत्र के नाम से जानते हैं। इसे पाश्चात्य ज्योतिष में कोर्वस (काग, कौआ) कहते हैं। इस मंडल का सबसे चमकीला तारा गामा काग एक अतितप्त श्वेत दानव है। यह नक्षत्र अपने चार तारों से बनने वाली चतुर्भुज आकृति से दक्षिणाकाश में आसानी से पहचाना जा सकता है। सूर्य के इस नक्षत्र में आने पर वर्षा ऋतु की अन्तिम मुख्य वर्षा सम्पन्न होती है, जिसका कृषि की दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है।
तारों की संख्या :5 तारे का वैज्ञानिक नाम : काक (कास) मंडल के अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा व इप्सिलोन तारे 160°00' से 173920' तक : अयनांश राशि सूर्य का वास कन्या : 27 सितम्बर से 10 अक्तूबर तक (लगभग)
कपड़ा,बाल ,आभूषण आदि धोने के काम में आने वाला रोठा संस्कृत में अरिष्टक (हानिरहित), मंगल्य, कृष्णवर्ण, अर्थसाधन, रक्तबीज, पीतफेन और गर्भपातन उपमाओं से जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे सोपनट ट्री कहते हैं। वैज्ञानिक भाषा में उत्तर भारतीय रीठा वृक्ष को सेपिन्डस मुकोरोसी तथा दक्षिण भारतीय रीठा वृक्ष को सेपिन्डस ट्राइफोलिएटस नाम से जाना जाता है।
रीठे का सूखा फल लगभग एक इंच व्यास का होता है। इसमें 56.5% छिलका होता है। इस छिलके में 10.1% सैपोनिन होता है जो पानी के सम्पर्क में आने पर झाग उत्पन्न करता है। रीठा फल मुख्यतया ऊनी, रेशमी कपड़ों,बाल व जेवर धोने के काम में लाया जाता है।